Saturday, 3 March 2018

शबरी विद्या सनी शर्मा

शबरी विद्या सनी शर्मा 

सतनामो आदेश गुरु जी को आदेश आदेश 
ॐ गुरु जी ॐ सिद्धनाथ गुरु गोरखनाथ 
मछिन्दर का चेला बैठे धुनें पर लगे मेला 
सत्ये का पुजारी शिवरूप धारी करे विचार 
सनी है बचरा तेरा बाबा चढ़ मेरी  जुबान 
करे सबदे बेडे पार बैठे साथ ९ नाथ ८४ 
सिद्ध महाराज चले मेरे गुरु गोरखनाथ दा
बाण मेरी सुने मेरा नाथ मेनू  देखन  सब दे पाप 
बाबा दुनिया तेरी बंदगी दी दीवानी मैं तेरा 
गुलाम चढ़ बाबा  हुन  मेरी जुबान तेरी बानी 
तेरा तीर चले जद निकलन सब दे कम
ॐ शिव सदगुरु गोरखनाथ तेरी सदा 
ही जय जैकार सनी शर्मा शिव 
गोरक्षधाम सतनाली ! 


शबरी विद्या और ज्ञान तो गुरु के देना है मेरे शब्द किताब के नहीं है मैं तो वही लिखता हूँजो मेरा गुरु मुझ से लिखवाता है और मैं सत्ये का पुजारी हूँ सच क साथ देता हूँ म्हणत तो अपनी अपनी है क्युकी जैसा इंसान बीज बोहेगा तो वैसा ही फल मिलगा उसको मेरा कम देना है और मेरी कोई बी किरिया जा मंत्र कबि बी मेरे से पूछे बिना मत करना है क्युकी किसी के बारे मैं कुछ नहीं बोलता हूँ लेकिन रियल किरिया डायरेक्ट चलती है कम बी करती है ऐसे कुछ मत करना यह सब बाणिया है बाबा जी की मंत्र तो मैंने अभी पोस्ट नहीं किया है ! थोड़े टाइम मैं देखगे हम और यहाँ  पार वही चीज़े दुगा मैं जो सबके लिए सही होगी और नई होगी किताबी नहीं होगी मेरे दोवारा अनुभत होगी ! और सिद्ध पुरष बी है सेवक है चाहे वो बी मेरे मंत्र को मेरे से पूछे बिना न करे क्युकी बाबा जी के शब्द है वही देते है उनकी ही कृपा है और वही जाने इन शब्दों का राज हुकुम से ही करना है सब कुछ अलख आदेश सनी शर्म शिव गोरक्षधाम सतनाली ! मेरा किसी बी यति और किसी का बुरा करना है है लेकिन मैं सच ही बोलता हूँ मेरे पास फ़ास्ट वाला कम नहीं है जिसको सद्गुरु पर विश्वास है वही करे यह सब जिसका नहीं है वो सब दूर ही रहे जय गुरु गोरखनाथ ! 






1 comment: