Thursday, 1 March 2018

सध्गुरु गुरु गोरखनाथ जी महाराज

सध्गुरु गुरु गोरखनाथ जी महाराज 

मुंद्रा वाले बाबा तेरी सदा ही जय जैकार  
ॐ शिवगोरक्ष योगी सिद्ध रूपी 
शिवरूप धारी बैल सवारी चढ़ 
सवारी बोले मेरा नाथ मुंद्रा वे 
मुंद्रा बाबे दा चिमटा शान शान करदा 
तेरी फकीरी मेनू भाई चढ़ मेरे नाथ कर जग भलाई
सनी तेरा चेला सिमरे तेनु वार वार
जिथे याद करा बाबा ओथे ही भर भर 
कर दीदार तेरी सदा ही जय जैकार मुन्र्द वाले बाबा ! 
सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !   

गुरु जी की बाणी जग तो न्यारी है गुरु ही देवे गुरु ही लेवे सत्ये की पूजा सत्ये का नाम गुरु ही गुरु सतगुरु पार्षद इसलिए गुरु सिमरन पहले गुरु भगति पहले गुरु नाम पहला बाकि बाद मैं इष्टदेव पितरो का नाम बी साथ मैं लो और गुरु बिना कुछ नहीं करना है जो बी करना है गुरु हुकुम से करना है और गुरु जी के मारगदर्शन मैं ही करना है सनी शर्मा श्वी गोरक्षधाम सतनाली अलख आदेश शिर शम्भू यति गोरखनाथ जी महाराज को आदेश आदेश !





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